सरस्वती वंदना _ मां की साधना
सरस्वती वंदना _ मां की साधना।
साधना तेरी हर पहर मेरे दिन फिर गए।
मुझपर पड़ी तेरी नजर मेरे दिन फिर गए।
विद्या की देवी विद्यादायिनी हो।
हंस की सवारी तेरी हंसवाहिनी हो।
करें आराधना मां मिलके सब तेरी ,
ज्ञान की देवी मां ज्ञानदायिनी हो।
करती तुम फिकर ,मेरे दिन फिर गए।
नाम पुकारूं तेरा मां मै बारंबार ।
अज्ञानी अनाड़ी हूं ज्ञान दो इसबार।
फल फूल मेवा चरणों में मैं चढ़ाऊं।
मिलता रहे मां मुझे तेरा प्यार ।
चरणों में किया गुजर मेरे दिन फिर गए।
दिया सबको सहारा अज्ञानी को उबारा।
मुझको तेरा ही सहारा मंदबुद्धि करो बिचारा।
ब्रम्हा संगिनी मधुरवादिनी स्वर की देवी मां।
करो कृपा मां तुम मुझ पर एक बार।
किया दिल में तेरा बसर ,मेरे दिन फिर गए।
गीतकार
श्याम कुंवर भारती
बोकारो, झारखंड
Shashank मणि Yadava 'सनम'
16-Feb-2024 08:26 AM
सुन्दर और बेहतरीन अभिव्यक्ति
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Gunjan Kamal
16-Feb-2024 07:51 AM
बहुत खूब
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Mohammed urooj khan
15-Feb-2024 05:02 PM
👌🏾👌🏾👌🏾👌🏾
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